अखबारों की सुर्खियों में चल रहे जॉन तेरा वार्ड 55 के नर्मदा जल सप्लाई कहीं-कहीं बंद पड़ी है वही पाइपलाइन रिपेयरिंग के लिए खोदी गई नालियां अब कंक्रीट की जा रही है इन अधिकारियों के आखिरकार समझ कब आएगी नर्मदा जल सप्लाई विषय बहुत गंभीर है विगत कई महीनों से चल रहे नर्मदा जल सप्लाई की रिपेयरिंग के लिए खोदी गई नालिया अब परमानेंट कंक्रीट करके बंद की जा रही है इसका क्या मतलब निकाला जा सकता है यही वह क्षेत्र हैअमराई शनि मंदिर के पास का जहां के आधे से ज्यादा घरों में नर्मदा सप्लाई नहीं हो रही है और रहवासी पानी के लिए तरस रहे हैं जब इस नर्मदा सप्लाई लाइन में सुचारू तरीके से सप्लाई चालू ही नहीं है तो इसे कंक्रीट क्यों किया जा रहा है क्षेत्र के सूत्रों का कहना है जब इस क्षेत्र में आधे से ज्यादा घरों में नर्मदा जल सप्लाई ही बंद पड़ी है तो यह फिजूलखर्ची क्यों की जा रही है जॉन 13 के नर्मदा जल अधिकारियों को यह भी याद नहीं इस क्षेत्र में नर्मदा जल सप्लाई सुचारू रूप से नहीं चल रही तो यहां कंक्रीट करने की क्या आवश्यकता है कार्य करने का तरीका शायद ने अधिकारियों को याद दिलाना पड़ सकता है इन लाइनों को कंक्रीट करने के बाद क्या एक बार फिर खुद ही जाएंगी जिन घरों में नर्मदा जल की सप्लाई बंद पड़ी है क्या वह नियमित तरीके से बंद रहेगी ऐसा मालूम होता है वरिष्ठ आला अधिकारियों का भी इस फिजूलखर्ची में योगदान है.
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा.
यह मुहावरा इस जगह बिल्कुल सटीक बैठता है जिन घरों में नर्मदा जल सप्लाई नहीं है अगर वह लोग ऊपर इसकी शिकायत करें तो फिर इस कंक्रीट को खोदा कर एक बार फिर रिपेयर किया जाएगा जल विभाग के अधिकारियों को यह भली-भांति ज्ञात है पब्लिक का पैसा पब्लिक के लिए ही खर्च हो रहा है कोई बात नहीं इसकी रिपेयरिंग के लिए फिर खुदाई करके फिर कंक्रीट किया जा सकता है यह इन अधिकारियों को फिजूलखर्ची नहीं लगती.
समाचार से. खालसा