जॉन क्रमांक 13 वार्ड 55 में अमराई क्षेत्र में नर्मदा जल सप्लाई कनेक्शन विगत कई महीनों से रिपेयरिंग कार्य किया जा रहा है सूत्रों की माने कई वर्षों पहले नर्मदा कनेक्शन लाइन 4 इंची पाइप डालकर किया गया था नगर निगम के जल सप्लाई विभाग के अधिकारियों द्वारा विगत कई महीनों से रिपेयरिंग चल रही है 4 इंची पाइप को निकालकर 6 इंची पाइप का कनेक्शन डाला गया है बावजूदबावजूदअमराई नाग मंदिर क्षेत्र में कुछ ही घरों में जल सप्लाई हो रही है और 90% घरों में नर्मदा जल सप्लाई बंद पड़ी है यह एक बड़ा प्रश्न बिंदु है ऐसा क्या कारण है नगर निगम जल विभाग के अधिकारियों को पुरानी लाइन को बंद करके नए सिरे से नई पाइप लाइन बिछाने की क्या आवश्यकता पड़ गई कई महीनों से चल रहा रिपेयरिंग का कार्य अभी तक संपन्न नहीं हुआ है और नर्मदा जल सप्लाई की समस्या वही के वही बरकरार है नगर निगम के अधिकारी इंजीनियर और ठेकेदार को जब इसका फॉल्ट समझ नहीं आता तो फिर एक ही क्षेत्र में जेसीबी को लगाकर कई बार खुदाई करना फिर उसको रिपेयर करके ढक देना कहीं-कहीं गिट्टी को ऊपर से डाल देना यह फिजूलखर्ची क्यों की जा रही है प्रश्न तो यह खड़ा होता है कि जब इन अधिकारियों को फाल्ड समझ में नहीं आ रहा तो फिर ऐसे गैर जानकारी वाले इंजिनियर और अधिकारियों को हटाकर योग्य जानकारी रखने वाले अधिकारियों को उनकी जगह पर क्यों नहीं नियुक्त किया जाता आखिर इस तरह की फिजूलखर्ची करने से राज्वस की आर्थिक हानि पहुंचती है क्षेत्र में जगह-जगह कटी पड़ी नर्मदा पाइपलाइन अधिकारियों की लापरवाही की लपरवाही देखी जा सकती है अमराई क्षेत्र में देखने में सामने आया कि कुछ मकानों में पावरफुल इलेक्ट्रिक मोटरों का इस्तेमाल किया जा रहा है जो यहां के रहवासियों की निजी हैं इन पानी की मोटरों से खींचा जा रहा पानी दूसरे रह वासियों को परेशानी का विषय बनी हुई है जबकि लाखों रुपए की राशि को खर्च कर रिपेयरिंग की जा रही है तो फिर यहां के रहवासी पावरफुल मोटरों का निजी इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं इस पर नगर निगम प्रशासन के अधिकारियों को रोक लगानी चाहिए और उनको अपने कार्य के प्रति गंभीर भी होना चाहिए क्षेत्र के वाटर सप्लाई अधिकारी को इस बात की कोई जानकारी नहीं है क्योंकि वह अपने काम को जिम्मेदारी और अनुशासन में रहकर नहीं करते शायद यही एक वजह है लाखों का खर्चा निगम द्वारा किए जाने के बाद भी क्षेत्र में नर्मदा जल सप्लाई बंद पड़ी है नगर निगम कमिश्नर और नागरिक प्रशासन मंत्री जी को इस बात की जानकारी होना चाहिए की लाखों की किजारही फिजूलखर्ची क्यों हो अगर होती है तो सुचारू रूप से नर्मदा जल सप्लाई भी होना चाहिए.
खालसा की रिपोर्ट.